दुनिया से जाने वाले, जाने चले जाते है कहाँ / कैसे ढूंढे कोई उनको, नहीं क़दमों के भी निशां
नेताजी भवन में 23 जनवरी 2018 का वह दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर शिरकत कर पाने का उत्साह भरा दिन था। मेरी कोलकाता यात्रा का हासिल। वे प्रेम और ममत्व से भरे पल थे। कृष्णा जी का कुछ पलों का साथ, दुलार एवं स्नेह मेरे हिस्से में भी आ गया। अनजाने में हुई वो मुलाक़ात बेशकीमती थी, अनमोल थी। यादों तुम बने रहना। कृष्णा जी विनम्र श्रद्धांजलि एवं नमन !