यूँ तो किसी भी नयी जगह जाने पर सबसे पहले मुझे वहां के संग्रहालय देखने की अति उत्सुकता रहती है। भोपाल का यह संग्रहालय देख कर आनंद आ गया। वहां पर मध्यप्रदेश के इर्द -गिर्द के जनजातीय जीवन को समझाने और दिखाने का अद्भुत प्रयास किया गया है।
रहन -सहन
घर का मुख्य द्वार
मनोकामना पूरी होने पर देवताओं को प्रतीक स्वरूप हाथी , घोड़े आदि भेंट किये जाते हैं
यह भी एक पल था।
जनजीवन की झलक
अद्भुत प्रतीकात्मक स्वरूप। भोपाल यात्रा का एक अविस्मरणीय प्रड़ाव।