गोपनीयता बना देती है
प्रेम को और भी सुंदर
अलग हो जाता है उसका स्वरूप
उस भीड़ भरे शहर से
सुदूर गांव के उस शांत पहाड़ी कोने सा
जहाँ होती है सुवास फूलों की
होता है साथ हवा का
भीगातीं हैं बरसातें
खिलखिलाते हैं झरने
हौसला देते हैं पहाड़
रवानगी देतीं हैं नदियाँ
ऐसे में सुनाई देतीं हैं
सिर्फ धड़कनें
और महसूस होते है
दबे सहमे और शर्मीले अरमान
भरपूर खामोशी और मासूमियत
उस अकेले ऊपर बैठे
मासूम चाँद सी