Saturday, August 10, 2019

बेटियां वरदान होतीं हैं

'मेरे अंतःकरण के संरक्षक, मेरे माता -पिता को समर्पित, जिनके बिना मेरी दुनिया वह न होती जो आज है।' (सुधा मेनन)
सुधा मेनन की  पुस्तक 'विरासत' उपहार स्वरूप मिली। 

सुधा मेनन बीस वर्ष तक जर्नलिस्ट रहीं फिर एक नामचीन लेखिका। यह अँग्रेजी में लिखी उनकी पुस्तक - Letters from Eminent Parents to There Daughters' का मधु बी जोशी द्वारा किया गया हिंदी अनुवाद है। 

पुस्तक में सबसे सुन्दर बात यह है कि इसमें भारतीय माता -पिता की अपनी बेटियों के साथ बॉन्डिंग क्या है इसे टॉपिक बनाया गया है। मशहूर माता -पिता का अपनी जीवन यात्रा के उतार -चढाव को अपनी बेटियों को सम्प्रेषित करना उद्देश्य था। किन्तु सुधा मेनन ने प्रेरणास्वरूप संसार की समस्त बेटियों तक यह जज़्बा पहुंचाने का उम्दा प्रयास किया है। 

यह पुस्तक उन सभी के लिए तोहफा है, जो बेटियों को अनमोल समझते हैं।  


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